27 दिसंबर 2009

बहुत दिनों के बाद...


बहुत दिनों बाद॥
आज फुर्सत मिली|
मन मे जागे कौतुहल
झटपट अपना ब्लॉग देखा
अरे ये क्या..मै थी इतने दिनों से गायब
दोस्तों माफ़ करना मुझे
मै एक बार फिर हूँ आई...
जो कागज पर लिखे अल्फाज है अभी
तुरंत उतर आयेंगे इस ब्लॉग पर
एक बार फिर सुरभि की खुशबू
तरोताजा कर देगी आपको|
क्योंकि बहुत दिनों के बाद...
आज फुरसत मिली|

2 टिप्‍पणियां:

Udan Tashtari ने कहा…

स्वागत है पुनः...अब नियमित लिखें, शुभकामनाएँ.

पूनम श्रीवास्तव ने कहा…

मेनका जी,
दोबारा आप्को ब्लाग पर वापस आया देख कर बेहद खुशी हुयी।उम्मीद है अब लिखती रहेंगी।
नववर्ष की अग्रिम शुभकामनायें।
पूनम